“|| धर्मो रक्षति रक्षितः ||” — धर्म की रक्षा करने से वही धर्म हमारी रक्षा करता है।
परिचय
सनातन सांस्कृतिक संघ (Sanatan Sanskrutik Sangh) एक समर्पित आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन है जो भारत की चार प्रमुख मोक्षलक्षी धार्मिक परंपराओं — वैदिक, जैन, बौद्ध और सिख — की एकता, मूल सिद्धांतों और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जागृत करने के लिए कार्यरत है।
यह संगठन जाति और वर्ण की सीमाओं से परे जाकर, एक समरस, आत्मनिर्भर और सांस्कृतिक रूप से जागरूक समाज के निर्माण के लिए समर्पित है।
हमारा उद्देश्य क्या है?
हमारा उद्देश्य केवल धर्म के नाम पर आयोजन करना नहीं, बल्कि धर्म के मूल तत्व — मोक्ष, करुणा, अहिंसा, और आत्मोन्नति — को समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचाना है।
हम आधुनिक समस्याओं का समाधान सनातन सिद्धांतों की शाश्वत दृष्टि से खोजते हैं।
संघ के प्रमुख कार्यक्षेत्र
1. मोक्षलक्षी धार्मिक एकता
सनातन सांस्कृतिक संघ चार प्रमुख मोक्षलक्षी परंपराओं (वैदिक, जैन, बौद्ध, सिख) में छिपी एकात्मता को उजागर करता है, और उनके अनुयायियों में आपसी सम्मान, संवाद और समरसता को बढ़ावा देता है।
2. सांस्कृतिक जागरूकता और इतिहास का सही प्रचार
हम ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सेमिनारों और कार्यशालाओं के माध्यम से सनातन धर्म की गौरवशाली परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुँचाते हैं।
3. सामाजिक सुधार और जातिविहीन समाज का निर्माण
संघ जाति-पाति और वर्ण व्यवस्था से ऊपर उठकर समानता आधारित समाज की स्थापना में विश्वास रखता है, जहाँ हर व्यक्ति को समान अवसर मिले।
सेवा और समाज कल्याण में हमारे अभियान
सनातन सांस्कृतिक संघ केवल धार्मिक मंच नहीं है, यह सेवा और समर्पण का एक आंदोलन है। हम निम्नलिखित क्षेत्रों में निरंतर कार्यरत हैं:
- TVDP (ग्राम विकास कार्यक्रम)
शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और आध्यात्मिक मार्गदर्शन के माध्यम से ग्रामीणों का सम्पूर्ण विकास। - भूख के खिलाफ लड़ाई
“कोई भूखा न सोए” – इस संकल्प के साथ हम निर्धनजनों को पौष्टिक भोजन प्रदान करते हैं। - शिक्षा पहल
बालकों, बालिकाओं और वयस्कों के लिए गुणवत्तापूर्ण और नैतिक शिक्षा। - स्वास्थ्य सेवा
निःशुल्क चिकित्सा शिविर, महिला स्वास्थ्य, टीकाकरण और स्वच्छता अभियान। - महिला सशक्तिकरण
स्वरोजगार, आत्मरक्षा, शिक्षा और नेतृत्व के लिए विशेष प्रशिक्षण। - पर्यावरण संरक्षण
वृक्षारोपण, गंगा सफाई, प्लास्टिक मुक्त भारत जैसे अभियानों के माध्यम से प्रकृति का संरक्षण। - स्वयंसेवक अभियान
युवाओं को सेवा, नेतृत्व और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी हेतु प्रशिक्षित करना।
हमारा विशेष योगदान
- निर्मल गंगा अभियान
- कपड़ा वितरण शिविर
- मानव एवं जीवों की सुरक्षा पहल
- नीतिगत वकालत एवं जनजागरूकता अभियान
आप क्यों जुड़ें?
सनातन सांस्कृतिक संघ के साथ जुड़ना एक साधारण सदस्यता नहीं, बल्कि समाज और संस्कृति के पुनर्निर्माण का संकल्प है। सदस्य के रूप में आप धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं।
🌿 “धर्म, सेवा और संस्कृति के इस यज्ञ में आहुति देने के लिए आज ही सदस्य बनें।”
समाप्ति विचार
सनातन सांस्कृतिक संघ एक ऐसा मंच है जहाँ धर्म, विज्ञान, सेवा और समरसता एक साथ चलते हैं। यदि आप अपने जीवन को मोक्षलक्षी उद्देश्यों से जोड़ना चाहते हैं और समाज में शांति, सद्भाव, और सकारात्मक परिवर्तन लाना चाहते हैं — तो यह संघ आपका आत्मिक परिवार बन सकता है।
✨ अधिक जानकारी और सदस्यता हेतु
🌐 वेबसाइट: www.sanatansanskrutiksangh.org
📞 संपर्क करें: +91 98250-32067 | +91 98250-32070